
भगवान राम – सीता जन्म का मंचन देख दर्शक हुए उत्साहित
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
-श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा रामलीला मैदान
ब्यूरो चीफ : रिजवान सिद्दीकी
झालू। रामलीला नाटक समाज द्वारा कस्बा झालू में रामलीला मंचन का आयोजन किया गया। रामलीला मंचन के दूसरे दिन सीता जन्म, राम जन्म की लीला, विश्वामित्र द्वारा श्रीराम को यज्ञ के लिए ले जाने का मंचन हुआ। सीता जन्म की लीला की लीला में राजा जनक के दरबार में ऋषि ने राजा जनक से कहा कि तुम्हारे राज्य में अकाल पड़ा हुआ है। अकाल दूर करने के लिए राजा को सोने का हल चलाने का सुझाव देते हैं। राजा जनक रानी को साथ लेकर सोने का हल चलाने जाते हैं इसी दौरान खेतों में हल रुक जाता है। वहीं पर सीता का जन्म होता है। सीता का जन्म को दर्शकों ने बहुत ही उत्सुकता के साथ देखा और भाव विभोर हो गए और जमकर तालियां बजाई। तदोपरांत मंच में भगवान राम के जन्म के मंचन में दर्शक काफी उत्साहित दिखे। श्रीराम को विश्वामित्र यज्ञ के लिए ले जाने का मंचन हुआ। भगवान राम का जन्म होते ही पूरा रामलीला मैदान जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।