
कथा में शिव विवाह का वर्णन हुआ
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
झालू। झालू के निकट धर्मपुरा में स्थित झारखंडी शिव मंदिर पर चल रही शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस पर देवी चंद्रमुखी ने देवताओं द्वारा महादेव को विवाह के लिए मनाना तथा शादी की कथा का श्रद्धालुओं को श्रवण कराया। व्यास देवी चंद्रमुखी ने कथा का रसपान करते हुए कहा कि देवताओं ने महादेव को विवाह के लिए मनाया एवं माता पार्वती जी ने तपस्या कर महादेव को प्रसन्न किया। माता पार्वती जी ने सप्त ऋषियों एवं स्वयं भोलेनाथ द्वारा परीक्षा लेने के उपरांत भोलेनाथ शादी के लिए मान गए, महाराज हिमालय द्वारा शादी का प्रस्ताव भेजा गया। जिस पर भगवान भोलेनाथ ने शादी का तैयारी आरंभ कर दी। भोलेनाथ की बारात में सभी देवतागण, भूत प्रेत चुड़ैल पिशाच आदि बारात में शामिल हुए। इस अवसर पर हिमालय नगर एवं मंडप को कुबेर द्वारा सजाया गया। जिसकी शोभा स्वर्ग से भी सुंदर दिखाई दे रही थे। भगवान शिव की बारात का हिमालय नगर में आगमन हुआ, इस अवसर पर महादेव की बारात की झांकी निकाली गई, जिसमें शामिल होकर श्रद्धालुओं ने धर्म लाभ उठाया।इस अवसर पर कथा में डॉक्टर धर्मवीर सिंह, ग्राम प्रधान शोभायर सिंह, सूरज सिंह, लटूर सिंह, सुनीता देवी, सुमन चौधरी, संध्या सैनी, भोली, राहुल, रिंकी, रीता, साक्षी, मनीष आदि शामिल रहे।