
गंगा के पौराणिक घाट बने नशे के अड्डे, समिति ने जताई चिंता
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
गंगा सुधार कमेटी की वार्षिक बैठक में आगामी योजना पर विचार
घाटों पर व्याप्त गंदगी पर जताई चिंता
रिज़वान सिद्दीकी
बिजनौर,5 जून | पौराणिक दारानगर गंज में गंगा सुधार कमेटी की वार्षिक बैठक पौराणिक गंगा घाट पर हुई जिसमें आय व्यय का उल्लेख करते हुए आगामी योजना पर विचार किया गया | इस मौके पर घाटों का निरीक्षण पदाधिकारियों ने करते हुए घाटों पर व्याप्त गंदगी पर चिंता जताई वही नशेड़ियों द्वारा घाटों पर नशा करने किये जाने के बारे में प्रशासन को जानकारी देने व इस पर अंकुश लगाने की मांग की गई है | उल्लेखनीय है कि इन ऐतिहासिक महत्व के घाटों पर गंगा जी की दूरी होने के कारण वर्षो से विरानी छाई हुई है जिसका लाभ उठाकर नशेड़ी बड़ी संख्या में इन घाटों पर नशें का उपयोग करते है इसका प्रमाण घाटों पर नशे की दवाइयां, सिरींजं तथा रेपर का एकत्र ढ़ेर था जों घाटों पर नशेड़ियों का के वर्चस्व की कहानी बयां कर रहा था |
समित के अध्यक्ष विकास अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में राकेश कुमार, अनिल सक्सेना, पंडित हरिओम शर्मा,कौशल अग्रवाल, नरेन्द्र कुमार मारवाड़ी, आशुतोष अग्रवाल,डीपी सिंह, प्रदीप अग्रवाल,नारायण किशोर शर्मा,दीपक अग्रवाल, नवनीत माहेश्वरी आदि मौजूद रहे |