
झोलाछाप डॉक्टर बने जांचों के भी डॉक्टर, ना डिग्री ओर ना ही अनुभव कर रहे हैं नागरिकों की जान से खिलवाड़
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश पाण्डेय सीएमओ को पत्र देकर कार्यवाही की माग की
1 महावीर हास्पिटल पटवत चोपन
2 विभा दुध्दी देव हास्पिटल दुध्दी
हेल्थकेयर हास्पिटल चोपन
छुठ भैया नेताओं के संरक्षण में बेखोप चल रहा है गोरख धंधा, स्वास्थ्य विभाग बेपरवाह।।
सोनभद्र जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों की एक तरह से बाढ़ सी आई हुई है, ओर कुकर मुत्तो की तरह कहीं भी बैठकर अपनी दुकानदारी चला रहे हें ।और तों और 16 साल की उम्र के नौजवान भी बिना डिग्री और बिना एक्सपीरियंस के डॉक्टर बन गए हैं ।तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग डॉक्टर बन कर लोगों का इलाज कर रहे हैं। जहां बोर्ड पर साफ अक्षरों में लिखा हुआ है सभी प्रकार की यहां जांच की जाती हैं।तो कई गंभीर बीमारियों का इलाज करने का भी वोर्ड पर स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। जबकि संबंधित डॉक्टर के पास ना जांच के कोई उपकरण है और ना ही गंभीर बीमारियों के जांच के उपकरण ही हैं ।ऐसा ही मामला सोनभद्र जिला मुख्यालय से लगभग 20 से 25 किलोमीटर दूर कर्मा विकासखंड के ग्राम पगिया में देखने को मिला जहां पर पगिया से साहगंज मुख्य रोड पर पगिया चक चौराहे के पास एक झोलाछाप डॉक्टर जो की केवल एंटीबाइटिक दबाओ के दम पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। तो वही जांचों के नाम पर भी बीमार जरूरतमंद मरीजों को गुमराह करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। जहां बड़ी संख्या में भीड़ लगी रहती है मरीजों को अनाप-शनाप रूप से एंटीबायोटिक दवाओ का इस्तेमाल करके बीमारों का इलाज करने की जगह और गंभीर बीमारियों की ओर धकेल रहे हैं ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन झोलाछाप डॉक्टरों को लंबा अनुभव भी नहीं है और ना ही कोई डिग्री है।