
दिल्ली में औवेसी की पार्टी भी लड़ेगी चुनाव
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
ओखला और सीलमपुर विधानसभा सीट से उतारे प्रत्याशी
रिज़वान सिद्दीकी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ए आई एम आई एम मात्र 02 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। ओखला विधान सभा और सीलमपुर विधान सभा,। ओखला से सी ए ए /एन आरसी आंदोलन के नेता शिफाऊरहमान जिनकी कुर्बानियों और बेहतरीन नेत्तृत्व प्रदर्शन के कारण शाहीन बाग आंदोलन पूरे देश के आंदोलनों का सैंटर बना, और सरकार इसे लागू नहीं करने पर मजबूर हुई.!
दूसरे सीलमपुर सीट से लड़ रहे ताहिर हुसैन हैं जिन्हें दिल्ली दंगों का आरोपी बनाकर यूपीपीए के अन्तर्गत जेल में डाल दिया गया और उनकी अपनी आम आदमी पार्टी ने उनको पार्टी से निकालकर लावारिस छोड़ दिया.!
इन दोनों सीटों पर यदि असदउद्दीन औवैसी के दोनों कैंडिडेट जीतते हैं तो ये भारत के इतिहास में शाहीन बाग आंदोलन की तरह ही अपनी राजनीतिक पार्टी और अपनी कयादत के बनने का दूसरा इंकलाब होगा,।
बीजेपी के सत्ता में आने से सबसे बड़ा नुकसान दलित समाज को हुआ है, हो रहा है और भविष्य में भी होगा,। मुस्लिम समाज ने दर्जनों दलित नेताओ मायावती, रामविलास पासवान, जगजीवन राम आदि को वोट, नोट, कीमती वक्त देकर सत्ता में पहुंचाया है । इसलिए अंबेडकर के संविधान को सांसद में बचाने की अकेले लड़ाई लड़ रहे योद्धा असदउद्दीन औवैसी को ताकत दे.!