
ओबरा परियोजना अन्तर्गत दूसान कम्पनी के विरुद्ध श्रमिकों के बकाया मजदूरी की भुगतान से संबंधित ज्ञापन श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी को सौंपा
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्योरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
ओबरा / सोनभद्र -भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के अध्यक्ष नवाज खान के नेतृत्व में श्रमिकों द्वारा माननीय जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन सौपा गया ।इसी क्रम में नवाज खान ने कहा कि ओबरा सी परियोजना में दूसान कम्पनी के संविदाकारों व कंपनियों द्वारा श्रमिकों को चार माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया जिसके बकाया मजदूरी के सन्दर्भ में ओबरा तापीय परियोजना एवं दूसान कम्पनी को लिखित शिकायती पत्र भी सौंपा गया थाफिर भी कम्पनी द्वारा श्रमिकों के बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा सका जिसे लेकर श्रमिकों में भारी आक्रोश ब्याप्त है। इसी क्रम में बतातें चलें कि श्रमिकों से कार्य तो करा लिया जाता है पर कम्पनी द्वारा उन श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान कराने में विफल रहती है जिससे श्रमिकों को अपने बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए गेट-जाम धरना प्रदर्शन आदि करना पड़ता है जिसके कारण परियोजना निर्माण कार्य लंबित होता जा रहा है जो चिंताजनक है। वहीं संगठन के महामंत्री नागेन्द्र प्रताप चौहान ने कहा कि श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन के बाद व प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद भी कम्पनी द्वारा श्रमिकों के बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया जो कि कम्पनी का यह कृत श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन है और ओबरा तापीय परियोजना एवं दुसान कम्पनी द्वारा किये जा रहे श्रम कानून के उल्लंघन एवं मजदूरों के संवैधानिक अधिकारों के हनन के विरोध में श्रमिकों द्वारा तापीय परियोजना एवं दुसान कम्पनी को श्रमिकों के समस्त अदेय बकाया मजदूरी के भुगतान हेतु तीन दिन का समय देते हुए अपनी बकाया मजदूरी ( एरियर सहित ) की मांग करते हुए कम्पनियों द्वारा मजदूरी का भुगतान ना करने एवं ब्लैक-लिस्ट श्रमिकों को बहाल ना करने की दशा में श्रमिक अम्बेडकर चौराहा दूसान कम्पनी गेट के गेट पर अपने संवैधानिक और मौलिक अधिकारों की रक्षा हेतु धरना प्रदर्शन / क्रमिक अनशन एवं भूख हड़ताल पर बैठने के लिए बाध्य होंगे , जिसकी जिम्मेदारी ओबरा तापीय प्रशासन एवं दुसान कम्पनी होगी I ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से महेंद्र यादव, सूर्यकान्त, संजय, रामनारायण, आनंद कनौजिया , सत्येन्द्र यादव, अशोक सिंह एवं अन्य श्रमिक मौजूद रहे