
निजी अवैध हॉस्पिटलों में डॉक्टर बनकर संचालक कर रहा है चीड़ फाड़ स्वास्थ्य विभाग बना मेहरबान`
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
समाज सेवक आईटीआई कार्यकर्ता कमलेश पाण्डेय मुख्य चिकित्सा अधिकारी कई बार पत्र के माध्यम से सूचना दे चुके हैं
सोनभद्र। लोढ़ी हॉस्पिटल के सहारे चल रहे हैं दर्जनों अवैध हॉस्पिटल जैसा की आप को बता दे कि प्राइवेट हॉस्पिटल में अप्रशिक्षित डॉक्टर कर रहे हैं ऑपरेशन जिसकी वजह से आम जनजीवन अन्याय व अत्याचार से अस्त व्यस्त हो रहा है लगभग यही स्थिति हर प्राइवेट हॉस्पिटलों की है। जिसे आमतौर पर सर्वाधिक भ्रष्ट विभागों में माना जाता है और जिसके कारण आम जन अत्यंत को प्रभावित है जिसमें जनहित में जुड़े कुछ विभिन्न बिंदुओं पर आधारित है। बड़े-बड़े हॉस्पिटलों पर नाम का बोर्ड लगाकर मरीजों से मोटी रकम वसूली जा रही है, बिना डिग्री के कोई भी ऑपरेशन खुलेआम किया जा रहा है ,अगर मरीज के साथ इलाज में कुछ ऊपर नीचे होता है तो मरीज शिकायत करने जाता है तो हॉस्पिटल अपनी उच्च स्तर की पहुंच की धमकी देता है, अधिकारियों व नेताओ से धमकी दिलवाई जाती है, जिस हॉस्पिटल में एमबीबीएस डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरस्त कर दिया जाता है, बिना सूचना का जबकि कई बार जांच पड़ताल करके हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन किया जाता है लेकिन कुछ राजनीतिक तत्व के दबाव में आकर कुछ हॉस्पिटलों पर कार्रवाई की जाती है जिन हॉस्पिटलों का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाता है उसे अस्पताल को किस वेस पर रजिस्ट्रेशन दिया जाता है। इतना ही नही हर अवैध हास्पिटलो में दलाल फिक्स रहते हैं मरीज लाओ अपना कमीशन ले जाओ ।अभी कुछ दिन पहले एक हॉस्पिटल का मामला प्रकाश में आया था जिसमे मरीज का इलाज कराया गया था उसके बाद मरीज के साथ ऐसा बर्बरता दिखाया गया कि मरीज हैरान हो गया ।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
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