
मानवाधिकार आयोग गौमती लखनऊ पत्र निपक्ष पत्र देखकर करवाई करने की मांग की
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
मेजर का कहना है कि किसी भी अधिकारी द्वारा मौके पे आकर वास्तविक स्थिति को नहीं देखा जा रहा है केवल विपक्षी के आधे अधूरे कागजात और बातों के आधार पर मेरे शटरिंग किए हुए मकान की छत बनाने से रोका जा रहा है मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है
मेजर पुत्र गौरी शंकर निवासी जुड़ी पोस्ट तेंदू थाना राबर्ट्सगंज जिला सोनभद्र के रहने वाले हैं अपने हिस्से में मकान आ0 न0 323 घर में की शटरिंग कर चुका हूं तभी काफी समय के साथ विपक्षी शिव शंकर द्वारा आ0 न0 460 में आयुक्त विंध्याचल मंडल मिर्जापुर द्वारा यथास्थिति का आदेश ले लिया गया और पुलिस को गुमराह करके आ0 न0 323 पर मेरे मकान का कार्य रुकवा दिया गया मैने आ0 न0 323 व 460 को चिन्हित करने हेतु एस0 डी0 एम0 रावटसगंज सोनभद्र का प्रार्थना पत्र दिया और उन्होंने आर0 आई0 व लेखपाल को चिन्हित करने हेतु आदेशित कर दिया चिन हित होने के बावजूद भी मुझे आ0 न0 323 में मकान पर कार्य नहीं करने दिया गया पुनः मैने प्रार्थना पत्र उप जिलाधिकारी रावटसगंज को प्रार्थना पत्र दिया जिस पर उन्होंने स्पष्ट आदेश दिया और यथास्थिति का आदेश आ0 न0 460 पर है आ0 न0 323 पर कोई स्थगन आदेश ना होने की स्थिति में कार्य ना रोका जाए इसके बाद मैंने काम आरंभ किया छत पर ढलाई करने हेतु सरिया आधे से अधिक भाग पर आधा काम हो चुका है और तभी मुझे भी विपक्षी के कहने पर पुलिस द्वारा काम रोक दिया गया हमने उप जिलाधिकारी को आदेश पर प्रशासन को दिखाएं फिर भी नहीं माने अगले दिन उप जिलाधिकारी रावटसगंज के पास गया और उनके द्वारा दिया गया आदेश दिखाया तो उन्होंने माना आ0 न0 323 पर कोई यथास्थिति का आदेश नहीं है किन्तु अपर आयुक्त प्रशासन विंध्याचल मंडल मिर्जापुर डा0 विश्राम का फोन आया है कार्य बन्द करना है इसलिए मैंने कार्य को रोकने हेतु आदेश निर्गत कर दिया है मै आप की इस मामले में कोई सहायता करने में असमर्थ हु ऐसा उप जिलाधिकारी रावटसगंज द्वारा कहां गया मैंने शटरिंग के लिए ठेकेदार को लगभग ₹80000 को ठेका दिया गया उसका शटरिंग का सामान मकान में फंसा हुआ है वह मुझे शटरिंग के समान का अतिरिक्त किराया प्रतिदिन लगभग ₹1000 मांग रहा है जिससे मुझे आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है संबंधित कागजात सलग्न है जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि आ0 न0 323 पर कोई यथास्थिति का आदेश नहीं है विपक्षी का कहना है शिव शंकर अपने हिस्से में घर मकान बना चुके हैं और सलग्न कागजात से स्पष्ट हो जाता है कि मेरे पिता गौरी शंकर को प्राप्त हीस्सा शिव पूजन के पश्चिम दिशा में एवं शिव शंकर अंश शिवपूजन के पूर्व दिशा में है इस संबंध कागजात सलग्न है