
मनुष्य प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर भुगत रहा भयंकर परिणाम : रीता भुईयार
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
पर्यावरण बचाने को चलाएं जन जागरूक अभियान
चिंतन मनन कर वातावरण को प्रदुषित करने से करें परहेज
रिज़वान सिद्दीकी
बिजनौर । विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष कार्यक्रम कर जन-जागरूकता अभियान चलाया जाना अति आवश्यक है। आप देख रहे मनुष्य प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिसके भयानक परिणाम उजागर हो रहें हैं । हम सिर्फ दिखावे बाज़ी कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर समय ही बलवान है कहकर अपने आप में मस्त हैं। हम सबको पर्यावरण पर चिंतन मनन करने की आवश्यकता है। पर्यावरण को बचाना है तो हमें वातावरण को प्रदुषित होने से बचाना होगा। तब ही हम और आने वाली पीढ़ियां सुरक्षित रह पाएंगे। हम सबको पर्यावरण दिवस के अवसर पर शपथ लेकर जागरूकता लानी होगी। मनुष्य ही नहीं बल्कि जीव के चारों ओर का वातावरण मनुष्य और जीव के अनुकूल होना चाहिए, लेकिन मनुष्य स्वयं और परिवार का ही वातावरण अनुकूल बनने के लिए ही काम कर रहा है, जिसका परिणाम वर्तमान में देखा जा सकता है, यदि समय रहते जागरूक नहीं हुये तो आने वाला परिणाम और भी भयानक होने वाला है, समझने के लिए पाखण्डवाद विहीन, वैज्ञानिक दृष्टिकोण तर्क को अपनाना होगा, वर्तमान में जिस तरह जंगल को काटकर शहर को जंगल बनाने के लिए काम चल रहा है, नदी को तोड़कर नहर जैसी छोटी नदी बनने का काम चल रहा, बोतल बंद पानी में प्लास्टिक मिलने पर जोर दिया जा रहा है, जमीन के अंदर कैमिकल युक्त जहर को डाला जा रहा है, और सरकारी पदों को कम किया जा रहा है, तर्क संगत विचार रखने वालों पर हमला किया जा रहा है, इससे आने वाला भविष्य का निर्माण नहीं बल्कि भविष्य नष्ट हो रहा है, झूठी तारीफ और सम्मान कभी आत्म निर्भर नहीं बनाता है बल्कि शुद्ध आत्म के निर्माण पर प्रतिबंध लगाकर आत्मा को दूषित कर नष्ट कर देता है।