
प्रत्येक व्यक्ति को सत्य की राह पर चलना चाहिए : भावना किशोरी
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
ब्यूरो चीफ : रिजवान सिद्दीकी
झालू। झालू के निकटवर्ती ग्राम त्रिलोकपुर के माँ काली के मंदिर के प्रांगण में चल रही सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन कथाव्यास भावना किशोरी ने कलियुग के गुण अवगुणों का वर्णन एवं परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाकर कहा कि कथा कभी भी समाप्त नहीं होती है। उसका तो सदैव विश्राम होता है क्योंकि हरि अनंत हरि कथा अनंता। आगे कथा में व्यास भावना किशोरी ने श्रद्धालुओं को धर्म के मुख्य पांच लक्षणों सत्य, दया, सफाई, तितिक्षा व तपस्चर्या के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सत्य की राह पर चलना चाहिए। हमेशा व्यक्तियों की सहायता करनी चाहिए। निर्बल व्यक्तियों की सहायता करनी चाहिए। भगवान आप को सुख दे या दुख आपको भगवान का प्रसाद समझकर ग्रहण करना चाहिए। व्यास जी ने आगे जरासंध पापी राजा की कथा सुनाई। मुकेश, नरेश, सचिन, राजों देवी, ओमवती देवी, करतार सिंह, बबिता, रीना देवी, अरुण कुमार, दिव्यांक, गौरव कुमार, अनुराग, कृष्णवीर सिंह, पुष्पेंद्र आदि मौजूद रहे।