
सीएम योगी आदित्यनाथ के आने की संभावना से जनता ने संजोई उम्मीदें
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
गंगा एक्सप्रेस वे की पुनः घोषणा करके बिजनौर वासियों के साथ करेंगे न्याय
रिज़वान सिद्दीकी
बिजनौर । गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर जनपद में जन आंदोलन छिड़ा हुआ है। चाहे राजनीतिक दल हो या अराजनीतिक दल अथवा सामाजिक संगठन हर कोई मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर गंगा एक्सप्रेसवे बिजनौर से निकालने की मांग कर रहा है।
जनपद की जनता गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत उम्मीदें संजोए हुए है । जनपदवासियों को भरोसा है कि 2 मार्च को सीएम बिजनौर आएंगे तो वे गंगा एक्सप्रेस वे की पुनः घोषणा करके बिजनौर वासियों के साथ न्याय करेंगे।
आप को बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एक्सप्रेस वे को बिजनौर से निकालते हुए हरिद्वार तक पहुंचाने की घोषणा की थी लेकिन उस एक्सप्रेस वे का मुजफ्फरनगर में सर्वे कराने के लिए प्रस्ताव पास करा लिया गया। प्रस्ताव पास कराने वाले भी और कोई नई बल्कि योगी के मंत्री मुजफ्फरनगर निवासी कपिल देव अग्रवाल हैं, जिन्हें बिजनौर जनपद का प्रभारी मंत्री भी बना रखा है। हालांकि उन्हें इस उम्मीद के साथ जनपद बिजनौर की जिम्मेदारी दी गई थी कि उनके नेतृत्व में जनपद का विकास होगा, लेकिन वे जनपद के विकास को अनदेखा कर यहां के लिए घोषित गंगा एक्सप्रेस वे को मुजफ्फरनगर ले जाने के प्रयास में लगे हैं। मंत्री कपिल देव अग्रवाल के इस कदम से जनपदवासियों में आक्रोश है। मंत्री द्वारा किए गए जनपद के साथ दोहरे व्यवहार से जनपद में भाजपा को जो नुकसान हुआ है, उसे कंट्रोल करने के लिए भाजपा के बड़े नेता भी अपने-अपने स्तर से गंगा एक्सप्रेस वे बिजनौर में लाने की मांग कर रहे हैं। मंत्री द्वारा जनपद के साथ किए गए इस दोहरे व्यवहार से त्रस्त जनपद वासियों को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी आस है।
हीमपुर दीपा क्षेत्र में स्थापित होने वाली एग्रिस्टो कंपनी की दूसरी यूनिट के लिए दो मार्च को भूमि पूजन होना है। इनमें बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री समेत वहां की सरकार के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम शामिल होने के लिए बिजनौर जनपद पहुंच सकते हैं। ऐसे में यहां के लोग मुख्यमंत्री के जनपद दौरे से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि योगी जी गंगा एक्सप्रेस वे बिजनौर से निकालने के लिए पुनः घोषणा करेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि जनपदवासियों को मुख्यमंत्री के दौरे से न्याय मिलता है या निराशा हाथ लगेगी ।
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दिगंबर के साथ पक्ष -विपक्ष हुआ एकजुट गंगा एक्सप्रेस-वे मांगे बिजनौर
बिजनौर। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की युवा विंग ने गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण बिजनौर से करने की मांग की है। लखनऊ में मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी से मुलाकात कर प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण बिजनौर से किए जाने की मांग की। साथ ही कहा कि गंगा आधारित हर परियोजना में बिजनौर की सहभागिता है तो गंगा एक्सप्रेस-वे में क्यों नहीं?
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने आश्वासन दिया कि सरकार व खुद मुख्यमंत्री इसको लेकर गंभीर है। इसका प्रस्ताव जल्द ही मुख्यमंत्री को प्रेषित किया जाएगा। दिगंबर सिंह ने कहा कि अगर सबका साथ सबका विकास सरकार की मंशा है तो बिजनौर के विकास को पंख, गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से लगेंगे। बिजनौर के नागरिक इसके लिए संघर्ष को तैयार हैं।
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भगीरथ बनने को बहती गंगा में हाथ धोने को हर कोई तैयार
चुनाव नजदीक है, तो बहती गंगा में हाथ धोने के लिए कई ऐसे नेता भी तैयार देखे जा रहे हैं, जिनका योगदान या तो बिल्कुल शून्य रहा है अथवा न के बराबर। ये नेता इस मौके को भुनाने के लिए क्या-क्या प्रोपेगेंडा करते हैं, यह भी जल्दी सबके सामने आ जाएगा लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जिले की राजनीतिक सरगर्मी काफी हद तक बढ़ती देखी जा रही है। एक नहीं कई नेता ऐसे हैं जो इस कार्य का क्रेडिट लेने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि कौन-कौन से नेता अपने दावों से अथवा अपने चमचों के माध्यम से कानाफूसी कराकर गंगा एक्सप्रेस वे को बिजनौर से निकलवाने वाले भागीरथ बनते हैं।