
भूमि कब्जाने के मामले के बाद लोगों को उभा कांड की याद ताजा, विंढमगंज: असलहाधारियों ने आदिवासियों की पट्टे की जमीन जोतवाना किया शुरू
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
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विंढमगंज थाना क्षेत्र के फुलवार गांव के सुई चट्टान टोला में शनिवार को उस वक्त कोहराम मच गया जब असलहाधारियों ने आदिवासियों की पट्टे की जमीन ट्रैकर से खेत जोतवाना शुरू कर दिया। असलहा देख डरे सहमे आदिवासियों के सामने अरहर, तिल व मक्का की फसल नष्ट कर दी गई। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच कर रही है। सुईचट्टान में कई आदिवासियों को खेती के लिए भूमि पट्टे पर दी गई है। घटना अपराह्न तीन बजे की है। कार से लगभग आठ लोग घटना स्थल पर पहुंचे। जिसमें में तीन के पास असलहा था। वे काले ड्रेस में थे।उनके पहुंचते ही वहां पहले से खड़े चार ट्रैक्टरों से पट्टे की जमीन की जोताई शुरू कर दी गई। आदिवासियों को जानकारी मिलते ही वे भी मौके पर पहुंच गए लेकिन हथियार बंद लोगों को देख उनके होस उड़ गए और किसी की बोलने की हिम्मत ही नहीं हो सकी। डरे सहमे आदिवासियों में कुछ लोगों ने वारदात की जानकारी विंढमगंज पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी शेषनाथ पाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया। आदिवासियों ने बताया कि मंगरू भुइया की पट्टे की जमीन व चंद्रिका यादव के कब्जे की भूमि पर अतिक्रमणकारियों ने ट्रैक्टर चलवा कर लगभग 10 बिस्वा जमीन पर लगी अरहर, तिल व मक्का की फसल को बर्बाद कर दिया। इस वाकए के बाद से आदिवासियों में तनाव है और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है।
विंढमगंज थाना प्रभारी शेषनाथ पाल ने बताया कि काले ड्रेस में बॉक्सर थे। हालांकि वे यह नहीं बता सके कि बॉक्सर किसकी सुरक्षा में सुई चट्टान पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद ही सही जानकारी हो सकेगी।
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उम्भा कांड सरीखे वारदात की आशंका
सुई चट्टान में शनिवार को भूमि कब्जाने के मामले के बाद लोगों को उभा कांड की याद ताजा हो गई। घोरावल के उम्भा गांव में 17 जुलाई 2019 को भूमि कब्जा करने के दौरान 11 आदिवासियों को गोलियों से भून दिया गया था। इस घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कई बार उक्त गांव में पहुंचकर आदिवासियों के जख्म पर मरहम लगाने का काम किए थे।