
_सोनभद्र को काशी की तरह दिलाएं पहचान : राज्यपाल_
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
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सोनभद्र/बभनी। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को सुबह करीब पौने दस बजे सेवाकुंज आश्रम पहुंचीं।यहां आयोजित समारोह में वनवासियों ने लोकनृत्य करमा से उनका स्वागत किया। इसके बाद राज्यपाल ने वनाधिकार कानून के तहत वनवासियों को खतौनी प्रदान कीं। भूमि का मालिकाना हक पाकर वनवासियों के चेहरे पर खुशी छा गई।
समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्रचूर वन संपदा और पर्यटन की संभावनाएं होने के बाद भी जिले के पिछड़ेपन पर चिंता जताई ।
राज्यपाल ने अफसरों से कहा कि वे सोनभद्र के विकास में पीछे होने के बारे में मनन करें और फिर इसे दूर करने के लिए योजना बनाकर काम करें। अफसरों से कहा कि सोनभद्र को अयोध्या और काशी की तरह पहचान दिलाएंकरीब 43 मिनट के संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि सोनभद्र में कला, संस्कृति, वन, पर्यटन के भरपूर संसाधन हैं। इनका सही उपयोग कर इसे विशेष पहचान दिलाई जा सकती है।
अयोध्या और काशी में करोड़ों लोग आते हैं। जल्द ही प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने वाला हैं। यहां सोनभद्र की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करें।
वहां आने वालों को दिखाएं कि सोनभद्र की क्या खूबियां हैं। जब लोग जानेंगे तो यहां जरूर आएंगे। प्रयास करें कि जो लखनऊ, काशी, प्रयागराज में हो रहा है, वह सोनभद्र में भी हो।
उन्होंने जिले में स्थापित औद्योगिक परियोजनाओं के सीएसआर फंड से भी जिले के विकास में मदद लेने को कहा।
वर्ष 2030 तक दोगुनी करनी है यूपी में उच्च शिक्षा की दर :
राज्यपाल ने अगले पांच वर्षों में प्रदेश के युवाओं की उच्च शिक्षा पाने की दर को दोगुना करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सिर्फ 26 फीसदी युवा ही उच्च शिक्षा हासिल कर पा रहे हैं। इसे 2030 तक 50 प्रतिशत से ऊपर ले जाना है। युवा जब उच्च शिक्षित होंगे तो देश व समाज की तरक्की में अपना बेहतर योगदान दें पाएंगे। महिलाओं में कैंसर की समस्या को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की 10 में से छह महिलाएं कैंसर की समस्या से जूझ रही हैं। इस पर नियंत्रण के लिए सरकार बहुत कुछ कर रही है लेकिन लोगों को भी अपना दायित्व निभाना होगा। उन्होंने 9 से 14 वर्ष तक की सभी लड़कियों से कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) वैक्सीन लगवाने का आह्वान किया। औद्योगिक परियोजनाओं को सीएसआर से इसमें मदद के लिए भी प्रेरित किया । इस दौरान राज्यमंत्री समाज कल्याण संजीव गोंड ने कहा कि पीएम मोदी व सीएम योगी के प्रयासों से जंगल, जमीन में निवास करने वाले वनवासियों को वनाधिकार पट्टे की खतौनी में नाम दर्ज कर वितरण किया जा रहा है।
इस दौरान सेवा समर्पण संस्थान के संगठन मंत्री आनंद ने वनाधिकार के तहत पट्टा वितरण से खतौनी तक की प्रक्रिया को विस्तार से बताया। जिले में प्रदेश का पहला जनजातीय विवि खोलने की भी मांग रखी।