
_रॉबर्ट्सगंज के मुख्य बाजार को बचाने के लिए बनेगा 17 किमी लंबा बाईपास_
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्योरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
सोनभद्र। रॉबर्ट्सगंज नगर के मुख्य बाजार को उजड़ने से बचाने के लिए बाईपास बनाने की तैयारी है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। प्रस्तावित बाईपास करीब 17 किमी लंबा होगा और इसके निर्माण में 59 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके लिए पूर्व में सर्वे भी हो चुका है। जिले से भेजे जाने वाले प्रस्ताव पर शासन के निर्णय के बाद ही स्पष्ट होगा कि मुख्य बाजार की सड़क का चौड़ीकरण होगा या बाईपास का निर्माण होगा।मिर्जापुर जिले में स्थित कलवारी से घोरावल, रॉबर्ट्सगंज, पन्नूगंज होते हुए बिहार बाॅर्डर पर स्थित खलियारी जाने वाले मार्ग को चार वर्ष पहले स्टेट हाईवे घोषित किया गया था। इसके बाद से ही सड़क के चौड़ीकरण की कवायद जारी है। रॉबर्ट्सगंज में धर्मशाला चौक से पन्नूगंज रोड पर रेलवे क्रॉसिंग तक करीब दो किमी तक मुख्य बाजार इसकी जद में आ रहा है। इसके लिए नापी भी हो चुकी है। चौड़ीकरण से सैकड़ों मकान टूटेंगे। दुकानें खत्म हो जाएंगी। इसके चलते नगर के व्यापारी व आम लोग लगातार चौड़ीकरण का विरोध कर रहे हैं। वह चौड़ीकरण के बजाए भारी वाहनों के लिए नगर के बाहर से बाईपास देने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर नगर पालिका चुनाव से पहले लंबा आंदोलन भी चला था। चुनाव में नेताओं ने वादा किया था कि दो सौ साल पुराने बाजार को उजड़ने नहीं देंगे। करीब दो साल बाद बाईपास बनाने की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। पीडब्ल्यूडी की ओर से इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसे शासन को भेजने की तैयारी है। प्रस्तावित बाईपास घोरावल रोड पर कैथी के पास से वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग होते हुए पन्नूगंज रोड पर मिलेगा। इसकी लंबाई करीब 17 किमी होगी और इस पर 59 करोड़ रुपये तक खर्च होने का अनुमान है। फिलहाल यह प्रारंभिक चरण में है। पीडब्ल्यूडी के इस प्रस्ताव को शासन की मंजूरी मिली, तभी इस दिशा में आगे कार्य आरंभ होगादो साल पहले चार लेखपालों की टीम ने किया था सर्वे
निकाय चुनाव से ठीक पहले सड़क चौड़ीकरण का मामला गर्म हुआ था। नगर के व्यापारी आंदोलित हो गए थे। इसके बाद तत्कालीन एसडीएम रमेश कुमार ने बाईपास के सर्वे के लिए चार लेखपालों की टीम बनाई थी। लेखपाल संतोष दुबे, अनूप यादव, सज्जन सिंह व नमिता गुप्ता की टीम ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मिलकर गूगल अर्थ मैप के जरिए सर्वे किया था। इस सर्वे में सात गांवों की भूमि चिह्नित की गई थी।
बाईपास बनने से मिलेगी जाम से राहत
बिहार आने-जाने वाले वाहनों को नगर के भीड़ वाले इलाके में प्रवेश नहीं करना होगा। बाईपास के जरिये वे बाहर से निकल सकेंगे। इससे जाम से भी राहत मिलेगी। दशकों से मकान-दुकान बनाकर कारोबार कर रहे व्यापारियों को सबसे बड़ी राहत होगी। इस सड़क के स्टेट हाईवे घोषित होने के बाद से उनकी सांस अटकी हुई है। पुराने भवनों का निर्माण इसलिए नहीं किया जा रहा कि बाद में कहीं वह चौड़ीकरण की जद में न आ जाएं।
घोरावल-खलियारी मार्ग पर नगर में मिलेगी बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसे शासन को भेजा जा रहा है। इसकी लंबाई करीब 17 किमी होगी। शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही इस दिशा में कोई कार्य आगे होगा। -शैलेश सिंह ठाकुर, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड