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तेजस्वी किसान मार्ट: बिहार में देश का पहला स्टोर 3 दिसंबर को होगा शुरू, एफपीओ को मिलेगा नई पहचान

तेजस्वी किसान मार्ट: बिहार में देश का पहला स्टोर 3 दिसंबर को होगा शुरू, एफपीओ को मिलेगा नई पहचान


तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।

 बिहार में देश का पहला स्टोर 3 दिसंबर को होगा शुरू, एफपीओ को मिलेगा नई पहचान

मुज़्ज़फ़रपुर, बिहार: देश भर के किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने जा रहा है, क्योंकि बिहार प्रदेश के मुज़्ज़फ़रपुर जिले में 3 दिसंबर को तेजस्वी किसान मार्ट का उद्घाटन होने जा रहा है। यह स्टोर देश में पहला ऐसा व्यापारिक प्रतिष्ठान होगा, जहां 200 से अधिक किसान उत्पादक संगठनों के द्वारा उत्पादित शुद्ध और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे। इस पहल के माध्यम से किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल सकेगा और उपभोक्ताओं को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं प्राप्त हो सकेंगी।

तेजस्वी किसान मार्ट की शुरुआत
तेजस्वी किसान मार्ट की स्थापना यूनिवर्सल सोनांचळ फार्मर एसोसिएशन और तेजस्वी संगठन न्यास के आपसी सहयोग से की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों और एफपीओ के उत्थान के लिए कार्य करना है। इसके अलावा, इस प्रतिष्ठान का लक्ष्य किसानों के बीच आपसी व्यापार को बढ़ावा देना है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। तेजस्वी किसान मार्ट का प्रमुख उद्देश्य उत्पादक से उपभोक्ता तक के सफर में एफपीओ की भूमिका को सशक्त करना है। इसका मतलब है कि उत्पादक (किसान) को उसके उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा, और उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उचित मूल्य पर उपलब्ध हो सकेंगे।

एफपीओ की भागीदारी का महत्व
तेजस्वी किसान मार्ट की स्थापना का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह एफपीओ के बीच आपसी व्यापार को बढ़ावा देने का काम करेगा। इस स्टोर में देश के विभिन्न हिस्सों से उत्पादित किसान उत्पाद एक साथ उपलब्ध होंगे। अब तक, एफपीओ के उत्पाद अक्सर स्थानीय बाजारों में सीमित होते थे, लेकिन तेजस्वी किसान मार्ट के माध्यम से इन उत्पादों को एक मंच पर लाया जाएगा। इससे एफपीओ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी और उनकी बिक्री बढ़ेगी, जिससे किसानों को बेहतर कीमत मिल सकेगी।

तेजस्वी किसान मार्ट का विस्तार
तेजस्वी किसान मार्ट का मॉडल अब देशभर के अन्य राज्यों में भी विस्तार करने की योजना है। फिलहाल, यह प्रतिष्ठान देश के 12 राज्यों में कार्यरत है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, केरल, महाराष्ट्र, झारखंड, गुजरात, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश शामिल हैं। इन राज्यों में किसानों और एफपीओ को निगरानी समितियों का सदस्य बना कर उनके व्यापारिक संबंधों को मजबूत किया गया है। तेजस्वी किसान मार्ट का यह कदम एफपीओ के लिए एक बड़ा अवसर होगा, क्योंकि इससे उनकी पहुंच और बिक्री की संभावनाएं बढ़ेंगी।

मुज़्ज़फ़रपुर में पहला स्टोर
बिहार में तेजस्वी किसान मार्ट का पहला स्टोर 3 दिसंबर को मुज़्ज़फ़रपुर जिले में स्थापित होगा। यह स्टोर देश के एफपीओ के लिए एक आदर्श बनेगा, क्योंकि यहां एक स्थान पर 200 से अधिक एफपीओ द्वारा उत्पादित वस्तुएं उपलब्ध होंगी। इस स्टोर का उद्घाटन पूरे बिहार के लिए एक गर्व का विषय है, क्योंकि यह इस राज्य के किसानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तेजस्वी किसान मार्ट का उद्देश्य एफपीओ के उत्पादों को किसानों से सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है, ताकि दोनों पक्षों को फायदा हो सके।

संचालन समिति का गठन
तेजस्वी किसान मार्ट के स्टोर संचालन के लिए एक संचालन समिति का गठन किया गया है। बिहार प्रदेश के प्रभारी श्रीमान देवशंकर (गुड्डू) सिंह के निर्देशानुसार, इस समिति के प्रमुख श्रीमान महंत मृत्युंजय दास जी को नियुक्त किया गया है। इस समिति में 5 सदस्य शामिल हैं, जिनमें श्रीमान सुनील कुमार सुमन जी (बुढ़िया मईया फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी बैशाली), श्रीमान भाग्यनारायन राय जी और श्रीमान उमेश राय जी (मड़वन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी), और श्रीमान हर्षवर्द्धन मिश्र (युवा खेतिहर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में श्रीमान रमेश कुमार सिंह जी को भी इस समिति में जगह दी गई है।

यह समिति तेजस्वी किसान मार्ट के स्टोर के उद्घाटन और संचालन की जिम्मेदारी निभाएगी और सुनिश्चित करेगी कि इस स्टोर की गतिविधियां सुचारू रूप से चलें।

बीमारू राज्य में कृषि क्रांति
बिहार, जो पहले कृषि क्षेत्र में पिछड़ा हुआ माना जाता था, अब एक नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। तेजस्वी किसान मार्ट का उद्घाटन बिहार के कृषि क्षेत्र में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। इससे बिहार के किसानों को न केवल अपने उत्पादों को सही मूल्य पर बेचने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे एक नए व्यापारिक मॉडल का हिस्सा बन सकेंगे, जो अन्य राज्यों के एफपीओ के साथ व्यापार को बढ़ावा देगा। इससे राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकेगी।

बिहार के लिए अवसरों का द्वार
बिहार राज्य में तेजस्वी किसान मार्ट के उद्घाटन के बाद, राज्य के प्रत्येक प्रमुख शहर में एक स्टोर खोलने की योजना है। इसका उद्देश्य बिहार की जनता को शुद्ध और बिना मिलावट वाले खाद्यान्न उत्पाद उपलब्ध कराना है। यह प्रयास विशेष रूप से किसानों के लिए लाभकारी होगा, क्योंकि इसके माध्यम से वे अपनी उपज को बिना किसी बिचौलिये के सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकेंगे। यह पहल बिहार के एफपीओ के सदस्यों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिससे उन्हें अपने उत्पादों को बड़े पैमाने पर बेचने का मौका मिलेगा।

भविष्य में एफपीओ की भूमिका
तेजस्वी किसान मार्ट की स्थापना से यह स्पष्ट हो रहा है कि एफपीओ की भूमिका कृषि क्षेत्र में अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है। पहले, किसान अपनी उपज बेचने के लिए स्थानीय बाजारों पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब एफपीओ के माध्यम से वे सीधे उपभोक्ताओं तक अपनी उपज पहुंचा सकते हैं। इस प्रक्रिया से किसानों को बेहतर मूल्य मिलता है, साथ ही उपभोक्ताओं को भी गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सस्ते में मिलते हैं।

एफपीओ के बीच व्यापार बढ़ाने का लक्ष्य इस मॉडल के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा, जिससे देश भर में कृषि क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आएगा। तेजस्वी किसान मार्ट इस बदलाव की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

निष्कर्ष
तेजस्वी किसान मार्ट की स्थापना बिहार और देशभर के किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। इस पहल के माध्यम से न केवल किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद भी सस्ते में मिलेंगे। तेजस्वी किसान मार्ट के मॉडल का देशभर में विस्तार होने से एफपीओ के लिए एक नई संभावनाओं की राह खुलेगी। 3 दिसंबर को मुज़्ज़फ़रपुर में इस स्टोर के उद्घाटन के साथ यह एक नई कृषि क्रांति की शुरुआत होगी, जो न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने में मदद करेगा।


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