
_मिरजापुर रेलवे ओवरब्रिज का काम धीमा, पांच माह से रास्ता बंद होने से आवागमन में परेशानी_
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्योरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
मिर्जापुर। स्थानीय जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए आमघाट रेलवे क्राॅसिंग के पास ओवरब्रिज के धीमे निर्माण कार्य से अभी एक बड़ी आबादी को कई किमी तक घूम कर सफर करना पड़ता है। एक ओर सेतु निगम का कार्य तेजी से चल रहा है तो रेलवे का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है, जबकि उसे सिर्फ तीन पीलर ही बनाने हैं। निर्माण कार्य के चलते पांच माह से रास्ता बंद है। इस कारण लोगों को कई किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। अगर काम में तेजी नहीं आएगी तो जनता को राहत मिलने के बजाय समस्या का ही सामना करना पड़ेगा।मिर्जापुर-चुनार मार्ग पर पड़ने वाले इस आमघाट में लंबे समय तक क्राॅसिंग बंद रहने के चलते जाम की समस्या बनी रहती थी। लोग घंटों जाम से जूझते थे। लंबे समय से क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की मांग पूरी हुई। 62.45 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण होना है। पुल की लंबाई 900 मीटर और चौड़ाई 7.50 मीटर है। शासन से पहली किस्त के रूप में 11 करोड़ 96 लाख रुपये मार्च में दिए गए थे। इसके बाद दूसरी किस्त भी जारी कर दी गई। अब तक कुल 26 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। ओवरब्रिज में रेलवे पटरी के ऊपर का कार्य रेलवे को करना है, बाकी दोनों ओर का कार्य सेतु निगम को करना है। सेतु निगम को दोनों ओर 26 पिलर और रेलवे को तीन पिलर बनाने हैं। अप्रैल से कार्य शुरू हुआ। मई में रेलवे क्राॅसिंग पर आवागमन बंद कर दिया गया। पांच माह में सेतु निगम ने तो अपने 26 पीलर को बनाकर उसके ऊपर पीयर कैप का कार्य पूर्ण कर बीम का कार्य कर रही है, पर तीन पीलर बनाने में जुटी रेलवे का अब तक एक भी पीलर का काम पूरा नहीं हो सका हैकई किमी घूम कर आवागमन करना पड़ा
रास्ता बंद होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। मिर्जापुर-चुनार मार्ग पर आवागमन के लिए लोगों को वाहन बरौधा तिराहा, मुंहकुचवा होते हुए कई किमी का सफर कर घूम कर जाना पड़ रहा है। कार्य में तेजी लाया जाय तो लोगों को राहत मिले।पुल के दोनों ओर 26 पिलर बनना था। सभी पीलर बनने के साथ पीयर कैप का कार्य पूर्ण कर बीम का कार्य किया जा रहा है। रेलवे को बस तीन पीलर बनाना है। रेलवे का कार्य पूर्ण हो जायेगा तो पुल को 2025 तक पूर्ण कर लिया जायेगा