
शव यात्रा को मजिस्ट्रेट की ओर से बाहर भेजा गया, के लिए भेजा गया
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
चोपन थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बरदिया मे राजेंद्र पुत्र बालरूप निवासी की मेरी पुत्री की तबियत दिनांक 13.07.2024 रात्रि करीब 8:00 बजे खराब हो गई थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था जिस पर परिवारजन डरकर अपनी बेटी को क्लिनिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन ले गया। जहां डॉक्टर ने स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल का दौरा किया, वहां पहुंचे पर लोग भर्ती करने में हिल-हवाली करने लगे और न तो ईलाज कर रहे थे और न ही कुछ बता रहे थे कुछ समय बाद प्रार्थी की बेटी को मृत घोषित कर दिया गया। समय रहते अगर प्रार्थी की बेटी का प्राथमिक उपचार हुआ तो उसे अमेरिका भेजा जा सकता था। प्रार्थी की मृत पुत्री को उसके घर ले जाया गया। इसके बाद प्रार्थी ने परिवार के अन्य सदस्यों की सलाह मशविरा को मिट्टी में दफना दिया। घर आने पर दिनाक 14.07.2024 को बेटी के कमरे की सफाई के दौरान एक मोबाइल मिला पीडीएफ घर के पास रहने वाले एक लड़के से बातचीत के रिश्ते में मिला। और यह भी पता चला कि तबियत ख़राब होने से पहले मेरी उस लड़की से बातचीत की थी। पिता राजेंद्र को यह पूरा विश्वास है कि मेरी गर्ल और उस लड़के के बीच कुछ ऐसी बातचीत हुई जिसके कारण मेरी बेटी ने जहर खा लिया। इसकी वैज्ञानिकता बिना रोबोटिक संभव नहीं है। पिता राजेंद्र ने पुलिस कप्तान सोनभद्र के शव को बाहर निकाल कर शव को बरामद करने की मांग की थी। नॉमिनल में आए ही पुलिस कप्तान सोनभद्र ने आज दिनांक 16 जुलाई को जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद उप-स्टामार्ड/मजिस्ट्रेट ओबरा विवेक कुमार सिंह के अंतिम संस्कार में शव को अंतिम रूप देने के लिए एक एपिसोड जारी किया, जिसमें मुख्य न्यायाधीश निरिक्षक विजय चोपन को शामिल किया गया। कुमार संतृप्त मय फोर्सेस, क्षेत्रिय लेखपाल चंदन शर्मा ग्राम प्रधान बरदिया, लड़की के पिता राजेंद्र भाई रवि कुमार अन्य ग्रामीण लोग मौजूद हैं। शव को निकलवाकर कागजी कार्यवाही करते हुए शव को भेजा गया।