
2200 करोड़ की परियोजना, फिर भी दूषित पानी पी रहे हैं लोग
तेजस्वी संगठन ट्रस्ट।
चीफ़ ब्यूरो कमलेश पाण्डेय
8382048247
मिर्जापुर। जिले में 2200 करोड़ रुपये की जलजीवन मिशन योजना का ग्राणीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। पटेहरा के पांच गांवों में गंदा पानी आ रहा हैवहीं, जिगना और लालगंज में घरों में पानी ही नहीं पहुंच रहा है। पटेहरा में पांच हजार, जिगना में पांच हजार और लालगंज में 10 हजार की आबादी को शुद्ध पेयजल का इंतजार है।
पटेहरा ब्लॉक के 129 गांवों में 204 करोड़ से लेदुकी पेयजल परियोजना शुरू की गई है। क्षेत्र के मलुआ और करौंदा समेत पांच गांव में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। इस समस्या से पांच हजार की आबादी प्रभावित है।ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर नल से निकल रहे गंदे पानी का वीडियो शेयर कर शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। ग्राम सभा मलुआ के करौदा मौजा में नलों में गंदा पानी निकल रहा है।
करौदा के दीपक कुमार अशोक, मुकुंदी, शिवशंकर, संतरा देवी, दयाशंकर ने बताया कि फिल्टर पानी के नाम पर दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है। कागज पर तो परियोजना पूरी हो गई लेकिन कई घरों में पाइप बिछाने के बाद कनेक्शन नहीं दिए गए। आपरेशन हेड कौशल तिवारी ने बताया कि मलुआ गांव में मेन पाइप में लीकेज था, जिसे दुरुस्त करा दिया गया है।
वहीं, लालगंज के बामी, गंभीरापुर, धसड़ा और तिखोर समेत कई गांवों में नल से जल की आपूर्ति अभी शुरू नहीं हुई। करीब 10 हजार की आबादी शुद्ध पेयजल के लिए तरस रही है।